ओसकण
अनंतता का गहन सरोवर,
मंझधारे में विश्र्वकमल है
खिला सनातन।
कमल पँखुडी पर
पडा हुआ है
एक ओसकण।
उसके झिलमिल कंपन को,
हम धरती के वासी मानव,
कहते जीवन॥
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Sunday, August 7, 2011
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