Saturday, August 6, 2011

महावृक्ष से -- धर्म और भगवान्

धर्म और भगवान्

धर्म का भगवान् होता है,
पर भगवान् का धर्म नही होता
इसीलिए
भगवान् है धर्मसे उस पार
धर्म है भगवान् से इस पार।

अपनी अपनी पोथी में
धर्म को बंदी बनानेवाले
दर्शन करते हैं आकाश-गंगा का
अपने अपने आंगन के
चुल्लू भर पानी में।
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